उत्तराखंड रुद्रप्रयागThree People Who Set Fire To The Forest Were Caught in Rudraprayag

उत्तराखंड: जंगलों में आग लगाने वाले तीन लोग गिरफ्तार.. भेजे गए जेल

कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं जंगल हमारे लिए कितने जरुरी हैं फिर भी लोग इनकी परवाह किए बिना लगातार आग लगाए जा रहे हैं। पकड़े गए आरोपियों पर कड़ी कार्रवाही की जा रही है।

forest wealth destroyed: Three People Who Set Fire To The Forest Were Caught in Rudraprayag
Image: Three People Who Set Fire To The Forest Were Caught in Rudraprayag (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: जंगलों में भीषण आग से प्रदेश की वन संपदा का भारी नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल जिले के वनाग्नि प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री धामी ने आग लगाने वाले अराजक तत्वों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

Three People Who Set Fire To The Forest Were Caught in Rudraprayag

देशभर में गर्मी बढ़ने के साथ ही उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों में विभिन्न स्थानों पर जंगलों में आग लगने की 31 घटनाएं सामने आईं हैं जिनमें दो व्यक्ति झुलस गए। वन विभाग द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे में कुमाउं क्षेत्र में जंगल में आग लगने की 26 जबकि गढ़वाल में पांच घटनाएं हुईं, जिनमें 33.34 हैक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ। इसी बीच रूद्रप्रयाग में जंगलों में आग लगाने वाले तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जिन्हें अब जेल भेज दिया गया है।

तडियाल गांव से एक आरोपी गिरफ्तार

वनाग्नि को रोकने के लिए रुद्रप्रयाग प्रभागीय वनाधिकारी के नेतृत्व में गठित वनाग्नि सुरक्षा दल ने जखोली के तडियाल गांव के पास जंगल में आग लगाते हुए नरेश भट्ट पुत्र मोलाराम भट्ट को रंगे हाथ दबोचा है। आरोपी ने बचाव में कहा कि बकरियों के नई घास उगे जिसके लिए उसने जंगल में आग लगाई। इसपर कार्रवाही करते हुए दक्षिणी जखोली वन क्षेत्राधिकारी ने आरोपी को हिरासत में लिया। उसके खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है और अब आरोपी नरेश को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।

डंगवाल गांव से दो लोग गिरफ्तार

इसी बीच उत्तरी जखोली के डंगवाल गांव में हेमंत सिंह पुत्र उदय सिंह और भगवती लाल पुत्र चंदरू लाल को जंगल में आग लगाते हुए मौके पर पकड़कर जेल भेज दिया गया है। जनपद रुद्रप्रयाग प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने बताया कि जंगल में आग लगाने वालों के खिलाफ वन अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है और इसके अलावा शरारती तत्वों को पकड़ने के लिए प्रभाग स्तर पर वनाग्नि सुरक्षा दल गठित किया गया है। जनता से अपील है की इस तरह की हरकतें करने से बचें या कोई करता हुआ दिखे दो वन विभाग को सूचित करें।

रुद्रप्रयाग में 19 मुकदमे दर्ज

इस वर्ष अभी तक रुद्रप्रयाग में कुल 19 मुक़दमे दर्ज किए जा चुके हैं जिनमें से 3 मुकदमे नामजद हैं तो 16 मुकदमों पर जांच चल रही है। वनाग्नि क्रू स्टेशन और मोबाइल क्रू स्टेशन की ओर से लगातार वनाग्नि नियंत्रण किया जा रहा है। साथ ही उडनदस्ता दल समस्त रेंजों में सैटेलाइट, कैमरों और दूरबीन के माध्यम से अपराधियों को पकड़ने का काम किया जा रहा है।

मसूरी में 24 मुकदमे दर्ज

इस वर्ष मसूरी वन विभाग ने वनाग्नि को लेकर दो नामजद लोगों और 22 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। लोगों से जंगल में बेवजह आग न लगाने की अपील की जा रही है। डीएफओ मसूरी अमित कंवर स्वयं आग लगने की घटनाओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।