देहरादून: डोईवाला इंटीग्रेटेड टाउन शिप मामले ने तूल पकड़ लिया । कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर जमकर आरोप लगाए।
Protest against Integrated Township in Doiwala
वहीं किसान नेता राकेश टिकैत भी इस संग्राम में कूद गए और उन्होंने किसानों के साथ मिलकर महासभा का आयोजन किया। इस दौरान टिकैत ने कहा कि डोईवाला में नया शहर बसाने की योजना है। यहां एरोसिटी भी बनाई जाएगी, और इसका खामियाजा हमारे भोले भाले किसान भाई बहनों को भुगतना पड़ेगा। जिसमें कृषि भूमि का अधिग्रहण होगा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की उपजाऊ भूमि को उजाड़ने का प्रयास कर रही है। इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। महापंचायत के जरिए उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि सरकार किसान विरोधी निर्णय न ले। वरना बड़े आंदोलन को मजबूर होना पड़ेगा। इस दौरान भारी संख्या में लोगों ने महापंचायत में भाग लेकर इंटीग्रेटेड सिटी का विरोध किया।
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बता दें कि इंटीग्रेटेड सिटी के मुद्दे पर संघर्ष के लिए गठित किए संयुक्त संघर्ष मोर्चा की ब्लाक सभागार में बैठक हुई। कोर कमेटी में 31 लोगों को शामिल किया गया और डोईवाला क्षेत्र के प्रत्येक गांव से कोर कमेटी के सदस्य चुने गए जिन्होंने अपने गांव का प्रतिनिधित्व किया और अपनी बात रखें। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा उधम सिंह नगर और देहरादून के डोईवाला में इंटीग्रेटेड टाउनशिप बनायी जा रही है। इन दोनों टाउनशिप बनाने की योजना को केंद्र सरकार द्वारा प्राथमिक तौर पर मंजूरी मिल गई है जिसे लेकर अब स्थानीय जनता का विरोध शुरू हो गया है,हालांकि अभी केंद्र सरकार की टीम द्वारा विजिट किया जाना है। जिसके बाद नये टाउनशिप के मुद्दे पर उत्तराखंड की राज्य सरकार के द्वारा ही " अंतिम निर्णय लिया जाना है। अब यह देखना रोचक होगा कि Dehradun new township को लेकर जनता और विपक्ष का दबाव क्या सरकार के निर्णय पर भारी पड़ेगा या नहीं।