उत्तराखंड उत्तरकाशीPurola minor girl escape public movement

उत्तरकाशी की लड़की को साथ ले जा रहा था गद्दे वाला, लोगों में आक्रोश..मुस्लिम व्यापारी शहर छोड़ कर भागे

Purola Minor Girl Case प्रदेश में लव जिहाद की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। स्थानीय लोगों में दूसरे राज्यों से आकर पहाड़ में बसे दूसरे समुदाय के लोगों के खिलाफ गुस्सा है।

Purola Minor Girl Case: Purola minor girl escape public movement
Image: Purola minor girl escape public movement (Source: Social Media)

उत्तरकाशी: उत्तरकाशी का पुरोला क्षेत्र। यहां दूसरे समुदाय के लोग अपनी दुकानें छोड़कर जाने लगे हैं।

Janata Andolan in uttarkashi purola

दरअसल बीते हफ्ते यहां दूसरे समुदाय का युवक एक स्थानीय नाबालिग को भगाकर ले गया था। ये मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। लोगों में दूसरे राज्यों से आकर पहाड़ में बसे दूसरे समुदाय के लोगों के खिलाफ गुस्सा है और इस कदर गुस्सा है कि पुरोला में लगातार विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। पुरोला के साथ ही पहाड़ के दूसरे हिस्सों में भी ऐसी घटनाएं हुई हैं। इससे गुस्साए नगर व्यापार मंडल उत्तरकाशी और अन्य संगठनों ने बीते रोज चार घंटे तक बाजार बंद रखा। व्यापारियों ने नगर में रैली निकाली और प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने डीएम को ज्ञापन सौंपकर कहा कि जिला मुख्यालय में जिस तरह से बाहरी व्यापारियों की संख्या बढ़ रही है, इससे यहां पर कभी भी पुरोला और विकासनगर जैसी घटनाएं हो सकती हैं।

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उन्होंने शहर में बाहरी लोगों की ओर से लगाई जा रही फड़, रेड़ियों और छोटी-छोटी दुकानों के नाम पर किए जा रहे अतिक्रमण को हटाने, शहर की सभी कबाड़ की दुकानें हटाने की मांग की। उधर पुरोला में नाबालिग को भगाने की घटना के बाद उपजे विवाद के चलते समुदाय विशेष के लोग डरे हुए हैं। 26 मई से यहां समुदाय विशेष की दुकानें बंद हैं। दो लोगों ने अपनी दुकानें भी छोड़ दी हैं। पुरोला में वैल्डिंग और नाई की दुकान तीन-चार दिन से बंद हैं। नौगांव और बड़कोट के व्यापारियों में भी पुरोला की घटनाओं को लेकर नाराजगी है। नौगांव व्यापार मंडल के अध्यक्ष जगदीश असवाल ने कहा कि व्यापार मंडल अब मकान मालिक से दूसरे समुदाय के लोगों को किराए पर दी गई दुकानों को खाली करवाने के लिए कहेगा, या फिर मकान मालिक दुकानदार का सत्यापन कर अनैतिक कार्य करने पर किराएदार की जिम्मेदारी लेगा। व्यापारियों ने बाहरी लोगों के सत्यापन की प्रक्रिया तेज करने की मांग की है।