उत्तराखंड देहरादून400 kg Fake Paneer seized in Dehradun

देहरादून वाले सावधान, आपने तो नहीं खरीदा जहरीला पनीर? जब्त की गई 400 किलो की खेप

पनीर, मावा व मसाला के आठ सैंपल एकत्र कर गुणवत्ता जांच के लिए रुद्रपुर स्थित लैब भेजे गए हैं।

Fake Paneer Dehradun: 400 kg Fake Paneer seized in Dehradun
Image: 400 kg Fake Paneer seized in Dehradun (Source: Social Media)

देहरादून: चारधाम यात्रा से पहले मिलावटखोरों की धरपकड़ के लिए अभियान शुरू हो गया है।

400 kg Fake Paneer seized in Dehradun

इसी कड़ी में देहरादून में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने अलग-अलग जगहों पर 400 किलो नकली पनीर पकड़ा। पनीर को रिफाइंड तेल और आरारोट आदि मिलाकर बनाया गया था। नगर निगम की मदद से नकली पनीर को ट्रंचिंग ग्राउंड में ले जाकर नष्ट कर दिया गया। बता दें कि चारधाम यात्रा के दौरान मिलावटी खाद्य पदार्थों की सप्लाई की शिकायतें अक्सर सामने आती रहीं हैं। इसे देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार ने अधिकारियों को चारधाम यात्रा मार्ग पर खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। अभियान के तहत एफडीए की टीम ने सोमवार को अलग-अलग जगहों पर दुग्ध उत्पादों की जांच की। टीम ने धर्मपुर-डांडा स्थित एक स्टोर में छापा मारा, जहां डीप फ्रीजर में दो कुंतल पनीर रखा हुआ था। यह पनीर नकली था और देहरादून व मसूरी के होटलों में भेजा जाना था। आगे पढ़िए

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वहीं छह नंबर पुलिया पर भी अफजल और पिंकू नाम के दो लोग पकड़े गए, इनके पास से भी दो कुंतल नकली पनीर मिला, जिसे ये लोग वैन में लेकर आ रहे थे। इसके अलावा पनीर, मावा व मसाला के आठ सैंपल एकत्र कर गुणवत्ता जांच के लिए रुद्रपुर स्थित लैब भेजे गए हैं। मिलावटी पनीर रामपुर मनिहारान, सहारनपुर से लाया जा रहा था। आपको बता दें कि बीते साल अप्रैल में भी नेहरू कॉलोनी में एक मिल्क वैन से 500 किलो मिलावटी पनीर पकड़ा गया था। यह भी रामपुर मनिहारन से लाया गया था। पिछले दो साल में दून में जब भी मिलावटी पनीर की बड़ी खेप पकड़ी गई, इसका सप्लायर एक ही रहा है। सप्लाई रामपुर मनिहारन से की जा रही है। दून में मिलावटी पनीर बेचने वाले एजेंट सक्रिय हैं, जो कि कमरे किराये पर लेकर वहां डीप फ्रीजर में पनीर स्टोर करते हैं। पनीर की खेप होटलों और रेस्टोरेंट्स में भेजी जाती है। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि लैब से जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित व्यापारियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अभियान आगे भी जारी रहेगा।