उत्तराखंड देहरादूनDehradun Ranipokhari killer of family Mahesh Tiwari schizophrenia

देहरादून: महेश तिवारी को एक बीमारी ने बनाया वहशी, परिवार के 5 लोगों को बेरहमी से मार डाला

अब तक की जांच में पता चला है कि महेश तिवारी मानसिक बीमारी से पीड़ित था। जिसके चलते उसने पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया।

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Image: Dehradun Ranipokhari killer of family Mahesh Tiwari schizophrenia (Source: Social Media)

देहरादून: देहरादून में सोमवार को तीन मासूमों समेत परिवार के पांच लोगों की बर्बरता से हत्या कर दी गई।

Dehradun Ranipokhari Murder Case

इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाला कोई ओर नहीं बल्कि परिवार का मुखिया महेश तिवारी है। इस घटना से पूरे मोहल्ले में सन्नाटा पसर गया है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा है कि कोई व्यक्ति इस तरह से अपने पूरे परिवार को मार सकता है। हर किसी के मन में यही सवाल है कि आखिर महेश तिवारी ने इतनी क्रूरता क्यों की।

Ranipokhari Mahesh Tiwari schizophrenia disease

अब तक की जांच में पता चला है कि महेश तिवारी स्किट्सफ्रीनिया नाम की मानसिक बीमारी से पीड़ित था। जिसके चलते उसने पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया। देहरादून के जाने-माने मनोचिकित्सक डॉ. मुकुल बताते हैं कि 150 तरह के मेंटल डिसऑर्डर होते हैं, जिसमें स्किट्सफ्रीनिया सबसे खतरनाक होता है। स्किट्सफ्रीनिया का मरीज कई बार इस बीमारी को अपने बचाव के तौर पर भी इस्तेमाल करता है। वो वारदात को अंजाम देने के बाद खुद सरेंडर भी कर देते हैं। इस तरह के लोगों को तरह-तरह की आवाजें सुनाई देती हैं, जिससे वो परेशान होते हैं। ऐसे में वो खुद को सुरक्षित करने के लिए अपने आसपास वालों की जान ले लेते हैं और इस तरह के जघन्य अपराध को अंजाम देते हैं। ऐसे लोगों को मनोचिकित्सक की जरूरत होती है। आगे पढ़िए

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मनोचिकित्सक डॉ. मुकुल वर्मा ने कुछ आंकड़ों का जिक्र करते हुए बताया कि इस साल एक अप्रैल से लेकर अभी तक देशभर में इस तरह के 22 मामले सामने चुके हैं। जिनमें स्किट्सफ्रीनिया से ग्रसित लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को बड़ी क्रूरता के साथ खत्म कर दिया। महेश तिवारी भी स्किट्सफ्रीनिया से ही ग्रसित लग रहा है। पुलिस का भी यही कहना है। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि महेश तिवारी की मनोदशा ठीक नहीं है। मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद इस जघन्य घटना से जुड़े हर तथ्य को विवेचना में शामिल किया जाएगा। बता दें कि रानीपोखरी में रहने वाले महेश तिवारी ने सोमवार सुबह अपनी 9 साल की बेटी अन्नपूर्णा, 11 साल की सुवर्णा, 15 साल की अपर्णा, पत्नी 38 साल नीतू और 70 साल की मां बीतल देवी की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी थी।