देहरादून: बेटों के साथ कदम से कदम मिलाते हुए अब बेटियां भी राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कालेज में इस सत्र से एडमिशन ले सकती हैं। देहरादून में स्थित राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कालेज (आरआइएमसी) इस साल अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। और इस अहम पड़ाव पर संस्थान ने बेहद महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
girls admission in dehradun rimc details
आगामी सत्र यानी कि जुलाई से आरआईएमसी में छात्रों के साथ छात्राएं भी शिक्षा ग्रहण करेंगी। जी हां, अभी तक यहां केवल छात्रों को ही दाखिला दिया जाता था मगर इस सेशन से यहां लड़कियां भी पढ़ सकती हैं। दरअसल, राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कालेज में प्रवेश के लिए हर साल दो बार प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है। जून और दिसंबर में होने वाली इस परीक्षा में देशभर से छात्रों को प्रवेश दिया जाता था।अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा के आधार पर छात्रों को कक्षा आठ में प्रवेश मिलता था। उप्र, बिहार, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के लिए दो-दो सीटें तय हैं, जबकि उत्तराखंड को एक सीट मिलती है। इसी क्रम में अब उक्त 25 सीट के अलावा पांच छात्राओं को भी आरआइएमसी मेें दाखिला दिया जाएगा। जुलाई में आने वाले नए बैच में छात्राएं भी शामिल होंगी। आरआइएमसी में छात्राओं के दाखिले के द्वार भले ही अब खुले हैं पर 1992 में टेस्ट के रूप में संस्थान के ही एक फैकल्टी की बेटी स्वर्णिमा थपलियाल को यहां दाखिला दिया गया और आरआइएमसी से पासआउट वह पहली महिला अधिकारी थीं। हमें गर्व है कि भारतीय सेना में महिलाएं चिकित्सक, शिक्षा, कानून, सिग्नल, इंजीनियरिंग सहित विभिन्न शाखाओं में सेवा दे रही हैं और पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चल रही हैं। ऐसे में dehradun rimc का यह निर्णय लड़कियों को सेना में जाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।