उत्तराखंड देहरादूनGomti Expressway will be built between Haldwani-Lucknow

उत्तराखंड-लखनऊ को जोड़ेगा गोमती एक्सप्रेस-वे, जानिए 15 हजार करोड़ के प्रोजक्ट की खास बातें

Haldwani से Lucknow के बीच Gomti Express Way बनाया जाएगा। जिसकी लंबाई 300 किलोमीटर होगी।

Gomti Express Way: Gomti Expressway will be built between Haldwani-Lucknow
Image: Gomti Expressway will be built between Haldwani-Lucknow (Source: Social Media)

देहरादून: केंद्र की मदद से उत्तराखंड में बड़ी सड़क परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। देहरादून से दिल्ली के बीच नया एक्सप्रेस-वे बन रहा है। साथ ही अब उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का सफर भी आसान होने जा रहा है।

Gomti Express Way Haldwani Lucknow

उत्तराखंड से यूपी की राजधानी लखनऊ के बीच 300 किमी लंबा एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे का नाम गोमती एक्सप्रेस-वे होगा। जो कि गोमती नदी के किनारे बनेगा और दुधवा नेशनल पार्क को जोड़ते हुए उत्तराखंड के नैनीताल जिले में हल्द्वानी शहर को जोड़ेगा। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने शासन के निर्देश पर लखनऊ के सुनियोजित विकास के लिए एक सिटी डेवलपमेंट प्लान बनाया है। इस प्लान में शहर के अंदर कई फ्लाईओवर, अंडरपास, फुट ओवर ब्रिज बनाने का प्रस्ताव है। साथ ही एक बड़ी परियोजना के रूप में लखनऊ को सीधे उत्तराखंड से जोड़ने के लिए नया एक्सप्रेस-वे बनाने का प्रस्ताव भी है।

ये भी पढ़ें:

नए एक्सप्रेस-वे के दायरे में आईआईएम रोड तक गोमती किनारे ग्रीन कॉरिडोर बनना है। ग्रीन कॉरिडोर खत्म होने के बाद आगे से गोमती एक्सप्रेस-वे बनेगा। लखनऊ में गोमती नदी के किनारे इसकी लंबाई करीब 40 किमी होगी। एलडीए के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि गोमती एक्सप्रेस वे बनाने का प्रस्ताव तैयार है। ये दुधवा नेशनल पार्क से भी जुड़ेगा। एलडीए ने प्लान में इस एक्सप्रेस-वे को शामिल किया है। जमीन अधिग्रहण, फ्लाईओवर, रेलवे ओवर ब्रिज, सर्विस रोड समेत पूरी परियोजना पर करीब 15040 करोड़ रुपये खर्च आएगा। इसे बनाने के लिए केंद्र सरकार से भी मदद ली जाएगी। गोमती एक्सप्रेस-वे के बनने से सिर्फ यूपी ही नहीं उत्तराखंड के लोगों को भी बड़ा फायदा होगा। उत्तराखंड से यूपी का सफर सुरक्षित और आरामदेह बनेगा। सिटी डेवलपमेंट प्लान में इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है। गोमती एक्सप्रेस-वे के 2027 तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है।