रुद्रप्रयाग: मोहित डिमरी। उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी। मोहित रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट से यूकेडी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। 12 फरवरी की रात चुनाव से ठीक पहले मोहित पर जानलेवा हमला हुआ था। इस घटना ने हर किसी को सन्न कर दिया था। यूकेडी समेत तमाम संगठन घटना की जांच की मांग कर रहे थे। दोषियों को सजा देने को कह रहे थे। अब 10 दिन की जांच के बाद पुलिस ने पूरे घटनाक्रम को लेकर जो सच बयां किया है, वह वाकई चौंकाने वाला है।
Rudraprayag Police on Mohit Dimri
पुलिस का कहना है कि मोहित पर हमला किसी और ने नहीं बल्कि मोहित ने खुद करवाया था। मोहित ने ऐसा इसलिए किया ताकि वह चुनाव में लोगों की सहानुभूति का फायदा उठा सकें। पुलिस ने हमले की कहानी को झूठा करार दिया है। पुलिस अब आईपीसी की धारा 182 के तहत मामले को न्यायालय में प्रस्तुत करेगी। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में हुई प्रेस कांफ्रेंस में एसपी आयुष अग्रवाल ने घटनाक्रम का खुलासा किया। आगे पढ़िए
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उन्होंने बताया कि 12 फरवरी की रात को जवाड़ी बाईपास पर यूकेडी प्रत्याशी मोहित डिमरी पर हमला होने की सूचना मिली थी। जिस पर सीओ रुद्रप्रयाग तत्काल मौके पर पहुंचे थे, लेकिन घटनास्थल पर कोई भी मौजूद नहीं था। बाद में पुलिस एक प्राइवेट नर्सिंग होम से प्रत्याशी को जिला अस्पताल ले गई, जहां मेडिकल के बाद तहरीर ली गई। तहरीर के आधार पर जांच शुरू हुई। इस दौरान तमाम सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल खंगाले गए। कई लोगों से पूछताछ भी हुई। जांच में पूरी घटना मनगढ़ंत पाई गई। पुलिस का कहना है कि मोहित ने चुनाव में सहानुभूति पाने के मकसद से झूठी सूचना देकर खुद क्राइम सीन तैयार किया था। वहीं पुलिस की थ्योरी को लेकर यूकेडी प्रत्याशी मोहित ने भी अपनी बात कही है। मोहित ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए घटना की सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि पुलिस ने किसी पार्टी विशेष के दबाव में यह जांच की है। उन्होंने कहा कि न्याय नहीं मिला तो यूकेडी राज्य भर में आंदोलन करेगी। मोहित ने सत्ता पक्ष पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप भी लगाया है।