उत्तराखंड देहरादूनnew pattern of electricity bill in uttarakhand

उत्तराखंड: अब हर दिन के हिसाब से आएगा बिजली बिल, जानिए आपको कैसे मिलेगा फायदा

नई व्यवस्था से बिजली उपभोक्ताओं का बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि बिजली के बिल पहले ही अपेक्षा कम आएंगे।

Uttarakhand Electricity Bill: new pattern of electricity bill in uttarakhand
Image: new pattern of electricity bill in uttarakhand (Source: Social Media)

देहरादून: महंगाई से परेशान लोगों के लिए बिजली की बढ़ती कीमतें चिंता का विषय हैं। इस बार चुनाव में लगभग हर पार्टी ने बिजली की बढ़ती कीमतों को अपना मुद्दा बनाया, कई पार्टियों ने फ्री में बिजली देने का वादा भी किया। इस सबके बीच उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड यानी यूपीसीएल ने उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देने का ऐलान किया है। यूपीसीएल बिजली के बिलों में फेरबदल करने जा रहा है। बिजली बिल जारी करने के प्रोसेस में बदलाव होगा। अब बिजली का बिल हर दिन के हिसाब से आएगा। उपभोक्ता हर दिन जितनी बिजली खर्च करेगा, उसका ही भुगतान करना होगा। इससे बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि बिजली के बिल पहले ही अपेक्षा कम आएंगे। अब तक होता ये था कि ऊर्जा निगम 15 दिन से अधिक की बिजली उपयोग करने पर 1 महीने का बिल जारी करता था। जो लोग सिर्फ 15 दिन बिजली इस्तेमाल करते हैं, उन्हें पूरे महीने का बिल देना पड़ता है। इसी तरह 45 दिन से अधिक के समय पर 2 महीने का बिल उपभोक्ताओं को देना पड़ता था। जिससे उपभोक्ता को स्लैब के अनुसार अधिक बिजली दरों का भुगतान करना पड़ रहा था। इसी प्रोसेस में बदलाव किया गया है। आगे पढ़िए

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अब हर महीने का बिल 25 से 35 दिन और दो महीने का बिल 55 से 65 दिन के भीतर तैयार किया जाएगा। इसमें भी जितने दिनों का बिल तैयार होगा, भुगतान उसी के अनुरूप तय दरों के अनुसार करना होगा। ऊर्जा निगम ने एक महीने में 30.417 दिन तय किए हैं। अब अगर आपका बिजली बिल 50 दिन में आता है, तो आपका 100 यूनिट तक बिजली खर्च तय करने का सिस्टम बदल जाएगा। इस तरह बिजली बिल का जो पहला स्लैब 100 यूनिट तक माना जाता है, वो 50 दिन के बिल पर पहला स्लैब 164.38 यूनिट माना जाएगा। मौजूदा व्यवस्था में कभी 46 दिन में दो महीने का बिल भेजा जाता है, तो कभी 75 दिन से अधिक का समय लिया जाता है। इस अनियमितता को दूर कर दिया गया है। नई व्यवस्था में फिक्स्ड चार्ज की गणना भी हर महीने की बजाय प्रतिदिन के अनुसार होगी। नई व्यवस्था फरवरी से लागू होगी।