देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड में चुनाव की तारीख जितनी तेजी से करीब आती जा रही है उसकी दुगनी तेजी से उत्तराखंड की सभी पार्टियों की दिल की धड़कनें बढ़ रही हैं। आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस पार्टी समेत अन्य सभी चुनावी द्ल उत्तराखंड में सरकार बनाने के लिए और सत्ता में आने के लिए पुरजोर मेहनत करते हुए दिखाई दे रहे हैं। छल- कपट, साम दाम दंड भेद सभी तरीकों को अपनाकर बस सभी लोग जनता का दिल जीतना चाहते हैं और ज्यादा से ज्यादा वोट हासिल करना चाहते हैं।
Uttarakhand elections Latest survey Results:
बात करें उत्तराखंड के ओपिनियन पोल की तो यहां पर पलड़ा भारतीय जनता पार्टी की तरफ ज्यादा भारी है। इसका मतलब है कि उम्मीद है कि भारतीय जनता पार्टी इस बार उत्तराखंड में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना सकती है। जी हां, दरअसल टाइम्स नाउ द्वारा किए गए एक जनमत सर्वेक्षण ने यह दावा किया है उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी की लहर है और भारतीय जनता पार्टी दोबारा उत्तराखंड में इस वर्ष सरकार बनाएगी।
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सर्वे के मुताबिक उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से सरकार बनाने जा रही है। दरअसल पहाड़ी राज्य में मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सबसे पसंदीदा सीएम उम्मीदवार हैं और यही वजह है कि इस बार के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी का पलड़ा सबसे अधिक भारी है।
Uttarakhand Elections Opinion Poll:
इस बार चुनाव में कुल 70 में से भाजपा के हिस्से 42 से 46 सीटें जाती हुई दिख रही हैं। वहीं कांग्रेस के हिस्से 12 से 14 सीट और आम आदमी पार्टी के हिस्से केवल 8 से 11 सीट आ सकती हैं। बात करें उत्तराखंड में कांग्रेस की स्थिति की तो इस बार कांग्रेस ने अपने पैरों पर स्वयं कुल्हाड़ी मारी है। जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी ने इस बार युवाओं के ऊपर फोकस कर सबका ध्यान केंद्रित कर लिया है तो वहीं कांग्रेस में अपने सबसे मुख्य सदस्य हरीश रावत को सीएम उम्मीदवार ना बनाकर मुश्किलें पैदा कर ली हैं। सर्वे में शामिल अधिकांश लोगों की राय थी कि हरीश रावत को सीएम उम्मीदवार नहीं बनाने से कांग्रेस को नुकसान हो सकता है। आपको बता दें कि उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी को 41.11 प्रतिशत, कांग्रेस को 27.31, आम आदमी पार्टी को 18.67% और निर्दलीय उम्मीदवारों को 12.91 वोट मिल सकते हैं।