देहरादून: उत्तराखंड की वीआईपी सीट डोईवाला से बीजेपी ने Brij Bhushan Gairola को उम्मीदवार बनाया है। गैरोला को टिकट देने का फैसला आखिरी वक्त पर लिया गया। डोईवाला से अब तक पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत विधायक रहे हैं। इस बार उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। त्रिवेंद्र के पीछे हटने के साथ ही राजनीतिक गलियारों में डोईवाला को लेकर चर्चाएं होने लगी थी। हर किसी के मन में यही सवाल था कि यहां से अब कौन प्रतिनिधित्व करेगा। इन चर्चाओं ने डोईवाला को सुर्खियों में ला दिया। इस सीट से अपने चहेतों को टिकट दिलाने के लिए हर किसी ने लामबंदी शुरू कर दी। हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने समर्थकों के माध्यम से तमाम तरह की चर्चाएं चलवाईं। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए किशोर उपाध्याय का निशंक के समर्थकों ने डोईवाला में जमकर स्वागत भी किया। किशोर उपाध्याय का टिहरी से टिकट कंफर्म हुआ तो गुरुवार शाम तक पूर्व दायित्वधारी दीप्ति रावत को डोईवाला से टिकट दिए जाने की चर्चाएं होने लगी। उनके समर्थक बधाई भी देने लगे।
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दीप्ति रावत को टिकट मिलने की चर्चाओं से सांसद रमेश पोखरियाल निशंक के समर्थक नाराज हो गए। उन्होंने सोशल मीडिया में सौरभ थपलियाल का नाम उछाला। फिर कहा गया कि जितेंद्र नेगी और दिगंबर नेगी में से किसी एक को टिकट मिल सकता है, लेकिन फाइनल बाजी मारी पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने। जिन बृजभूषण गैरोला को बीजेपी ने डोईवाला से उम्मीदवार बनाया है, वो त्रिवेंद्र सिंह रावत के पुराने सहयोगी रहे हैं। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बृजभूषण गैरोला को जिस अंदाज में टिकट दिलवाया, उससे निशंक समर्थकों के कलेजे पर सांप लोट गया। स्थानीय-स्थानीय का राग अलापने वाले भी कुछ न कर सके। बता दें कि बीजेपी कार्यकर्ता दीप्ति रावत को प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि वो पैराशूट प्रत्याशी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर दीप्ति रावत को टिकट मिला तो वो सामूहिक इस्तीफा दे देंगे। इस तरह दावेदारों ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला तो पार्टी आलाकमान ने बीच का रास्ता निकालते हुए Brij Bhushan Gairola को प्रत्याशी बना दिया। बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर बृजभूषण गैरोला आज नामांकन करेंगे।