उत्तराखंड पौड़ी गढ़वालAnukriti Gunsain Rawat protest in Lassandon

उत्तराखंड: हरक सिंह रावत और अनुकृति के सामने खड़ी बड़ी चुनौती, कैसे पार होगी ये मुश्किल?

हरक और पुत्रवधू अनुकृति की राह नहीं है आसान, लैंसडौन में कांग्रेस दावेदारों के विरोधी स्वर हुए बुलंद-

uttarakhand assembly elections: Anukriti Gunsain Rawat protest in Lassandon
Image: Anukriti Gunsain Rawat protest in Lassandon (Source: Social Media)

पौड़ी गढ़वाल: उत्तराखंड में हरक सिंह रावत और उनकी बहू की कांग्रेस में एंट्री हो तो गई मगर उनके खिलाफ विरोध के स्वर अभी धीमे नहीं हुए हैं बल्कि दिन प्रतिदिन वे और बुलंद होते जा रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा जमकर उनका विरोध हो रहा है। कांग्रेस में उनकी राह आसान नहीं है। पार्टी में एंट्री के बाद अब वह खुद को या अपनी बहू अनुकृति गुसाईं को लैंसडौन से चुनाव लड़वाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। मगर हरक सिंह रावत और उनकी बहू अनुकृति गुसाईं की कांग्रेस पार्टी में एंट्री से और चुनाव लड़ने से लैंसडाउन सीट से दावेदारी कर रहे कांग्रेस के नेताओं के बीच में आक्रोश साफ तौर पर झलक रहा है। इससे यह तो साफ हो गया कि हरक सिंह रावत और उनकी बहू अनुकृति गुसाईं की राह आसान नहीं है। बल्कि उनके लिए आगामी चुनाव बेहद चुनौतीपूर्ण साबित होंगे। खुद के लिए या पुत्रवधू के लिए टिकट पाने के लिए हरक सिंह रावत अपना पूरा जोर लगा रहे हैं मगर लैंसडौन में खड़े हुए अन्य प्रत्याशी भी उनकी बहू को टिकट ना देने की जिद पर अड़े हुए हैं और इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें:

माना जा रहा है कि लैंसडौन से अनुकृति को कांग्रेस का टिकट मिल सकता है। अगर ऐसा हुआ तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा तय तो तय है। दावेदारों ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। दरअसल कांग्रेस की वापसी का विरोध करने वाले कांग्रेस के नेता हरक की वापसी पर खुले तौर पर कुछ बोल नहीं रहे हैं मगर लैंसडौन से अनुकृति गुसाईं या हरक सिंह रावत को कांग्रेस का टिकट दिया जाता है तो उसका विरोध साफ तौर पर होगा ऐसा भी उन्होंने कह दिया है। उनका कहना है कि अगर अनुकृति गुसाईं या हरक सिंह रावत को लैंसडौन से टिकट मिलता है तो दावेदार अपने में से किसी एक को लैंसडाउन सीट से चुनाव लड़वाएंगे और इसके लिए पूरी रणनीति भी तैयार की जा रही है। दरअसल कांग्रेस के कार्यकर्ता सोशल मीडिया के जरिए अपना गुस्सा प्रदर्शित कर रहे हैं। लैंसडौन से दावेदारी करने वाले संभावित दावेदारों ने हरक सिंह रावत के खिलाफ मोर्चा भी खोल रखा है। कोटद्वार में पत्रकार वार्ता करने के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि किसी भी कीमत पर हरक कि कांग्रेस में वापसी को बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दावेदार रघुवीर बिष्ट का कहना है कि अगर हरक सिंह या उनके बहू को यहां से टिकट मिलता है तो पुरजोर विरोध किया जाएगा। लोकतंत्र का मजाक बनाने वाले नेताओं को जनता किसी भी हालत में स्वीकार नहीं करेगी और उन्होंने कहा है कि अगर कांग्रेस को कार्यकर्ताओं का मनोबल बनाए रखना है तो हाईकमान को सक्रिय और निष्ठावान कार्यकर्ता को ही टिकट देना होगा जिसने इतने सालों से यहां पर जनता की सेवा की है और मेहनत की है।

ये भी पढ़ें:

लैंसडौन विधानसभा से कांग्रेस के लिए दावेदारी कर रहे नेता दीपक भंडारी ने कहा है कि वैसे तो हरक सिंह रावत और उनकी पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं की वापसी का हम पुरजोर विरोध कर रहे थे मगर चूंकि कांग्रेस ने दोनों को वापस से पार्टी में शामिल कर लिया है, ऐसे में अगर इनमें से किसी को लैंसडौन से टिकट मिलता है तो सभी संभावित दावेदार किसी प्रत्याशी को मिलकर चुनाव लड़ाने पर विचार कर रहे हैं। कुल मिलाकर हरकू दा की कांग्रेस में एंट्री हो तो गई मगर कांग्रेस के कई नेता और दावेदार हरक सिंह रावत और उनकी बहू से नाराज चल रहे हैं। ऐसे में हरक सिंह रावत और उनके बहू के लिए आगामी चुनाव आसान नहीं होंगे। केवल हरक ही नहीं कांग्रेस के सामने भी एक बड़ी दुविधा आन पड़ी है। अब देखना यह है कि क्या कांग्रेस लैंसडौन से किसी ऐसे दावेदार को उतारती है जो कि वाकई में मेहनत कर रहा है या फिर वरिष्ठ नेता हरक और उनकी बहू के हिस्से टिकट आती है जो अभी-अभी कांग्रेस में शामिल हुए हैं।