उत्तराखंड देहरादूनHarak Singh Rawat will become the star campaigner of Congress

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव: हरक सिंह रावत की जिंदगी का अब एक ही मकसद - BJP से बदला

Harak Singh Rawat की जिंदगी का अब बस एक ही मकसद, भाजपा से बदला, कांग्रेस के प्रचार-प्रसार में झोकेंगे पूरी ताकत

Harak Singh Rawat: Harak Singh Rawat will become the star campaigner of Congress
Image: Harak Singh Rawat will become the star campaigner of Congress (Source: Social Media)

देहरादून: "हमारी जिंदगी का एक ही मकसद है, बदला। " सरदार खान का यह डायलॉग इस खबर पर फिट बैठता है। यह बदला और कोई नहीं बल्कि हमारे Harak Singh Rawat ही लेंगे, और वो भी भाजपा से। भाजपा से आमना-सामना करने के लिए हरकू दा पूरी तरह तैयार हैं। दरअसल उत्तराखंड की राजनीति में उथल-पुथल चल रही है। कभी कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो जाता है तो कभी भाजपा का कोई बड़ा मंत्री कांग्रेस की ओर रुख कर लेता है। हाल ही में उत्तराखंड की राजनीति में तब बड़ा भूचाल आ गया जब भारतीय जनता पार्टी ने अपने बेहद अहम मंत्री और भाजपा के सदस्य हरक सिंह रावत को बाहर का रास्ता दिखा दिया जिसके बाद हरक सिंह रावत के पास कांग्रेस ज्वाइन करने के अलावा कोई भी विकल्प नहीं बचा। 5 दिन तक हरक सिंह रावत कांग्रेस के दरवाजे पर खड़े रहे, मगर कांग्रेस ने उनके लिए दरवाजा नहीं खोला। आखिरकार बीते शनिवार को हरक सिंह रावत कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं और अब उनके मन में बस एक ही शब्द बार-बार गूंज रहा है वह है भारतीय जनता पार्टी से बदला।

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ऐसा माना जा रहा है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत अब कांग्रेस पार्टी के चुनाव प्रचार का अहम हिस्सा होंगे। कांग्रेस के चुनावी प्रचार में वह अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे और भारतीय जनता पार्टी से बदला लेंगे। मंत्री परिषद से निष्कासित और पार्टी से बर्खास्तगी की वजह से हरकू दा आहत हैं। और हों भी क्यों न, राजनीति में उनका इतना अपमान और इतना विरोध हो रहा है। ऐसे में बदले की आग उनके दिल में तेजी से धधक रही है। भाजपा के कारण अपमान से तड़प रहे हरक सिंह रावत बदला चुकाने के लिए बेकरार हैं और ऐसे में जल्द ही हरक अपनी रणनीति का भी खुलासा करेंगे 16 जनवरी को भाजपा ने हरक को मंत्री परिषद से निष्कासित कर पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। हरक 2016 में बगावत कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे।

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याद रहे कि हरक ही वह मुख्य चेहरा थे जिस वजह से हरीश रावत की सरकार गिरी थी और भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई थी। मगर भारतीय जनता पार्टी ने हरक को बाहर का रास्ता दिखा कर उनके दिल में बदले की भावना जगा दी है। भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित होते ही हरकू दा के सुर बदल गए और उन्होंने पार्टी से बाहर निकाले जाने के कुछ देर के बाद ही भाजपा विरोधी बातें कहनी शुरू कर दीं। उन्होंने मीडिया से कहा कि इस बार भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड में सरकार नहीं बना पाएगी। हाल ही में कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा कि कांग्रेस की सरकार बनाना ही उनका एकमात्र लक्ष्य है और वह कांग्रेस के प्रचार प्रसार में पूरी ताकत झोंक देंगे। Harak Singh Rawat कहना है कि भाजपा नेताओं को उन्होंने बार-बार आगाह किया था कि वह चुनावी वादों को पूरा करें मगर किसी ने ध्यान नहीं दिया। जनता से झूठे वायदे करके ठगने वाली भाजपा जनता से वोट मांगने का नैतिक अधिकार भी खो चुकी है।

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