ऋषिकेश: उत्तराखंड के चारों धामों के दर्शन को बेताब देश-प्रदेश के श्रृद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा पर लगी रोक बीते शनिवार को हटा दी गयी है. साथ ही सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब के कपाट भी 18 सितंबर से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं. यहां यह शर्त भी रखी गई है कि एक दिन में एक हजार यात्री ही धाम के दर्शन कर सकेंगे. इसी तरह चारों धामों में भी यात्रियों के लिए सीमित रखी गई है. अगर आप भी यात्रा पर आ रहे हैं, तो इससे संबंधित नियमों का ध्यान रखें. बता दें की श्रृद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर परिवहन विभाग ने चारधाम यात्रा पर जाने वाले व्यावसायिक वाहनों के लिए ट्रिप कार्ड बनाना अनिवार्य कर दिया है. बिना ग्रीन कार्ड या ट्रिप कार्ड के आपको प्रवेश नहीं दिया जाएगा. आपको बता दें की ग्रीन कार्ड के साथ अब ट्रिप कार्ड के लिए भी आनलाइन आवेदन करना होगा. जिसमे यात्रा से पहले वाहन चालक व यात्रियों की पूरी जानकारी दर्ज होगी। आगे पढ़िए
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इसके लिए आपको इनके विभाग की वेबसाइट greencard.uk.gov.in पर आवेदन करना होगा इस वेबसाइट पर जाकर पहले ग्रीन कार्ड बनेगा और उसके बाद इसी वेबसाइट पर फिर से आवेदन कर ट्रिप कार्ड बनाना होगा. यात्रा मार्ग के चेकपोस्ट पर इसकी जांच की जाएगी जबकि यात्रा पूरी होने पर यह स्वत: ही समाप्त हो जाएगा और अगली बार यात्रा के लिए दूसरा ट्रिप कार्ड बनवाना अनिवार्य होगा. बता दें की परिवहन विभाग के आकलन के अनुसार, हर साल दस लाख से अधिक यात्री बस, टैक्सी, मैक्सी कैब आदि कॉमर्शियल वाहनों से चारधाम यात्रा करते हैं. दूसरे प्रदेशों से भी बड़ी संख्या में चारधाम के लिए ऑल इंडिया परमिट पर वाहन आते हैं. ज्यादातर यह वाहन हरिद्वार से यात्रियों को चारधाम यात्रा पर ले जाते हैं. सभी वाहन संचालक परिवहन विभाग से ग्रीन कार्ड तो बनवा लेते हैं, मगर यात्रा पर कितने फेरे लगा रहे, इसकी सूचना नहीं मिल पाती. इसलिए अब ट्रिप कार्ड ग्रीन कार्ड के साथ ऑनलाइन बनेगा. इससे यह पता चल जाएगा कि वाहन किस धाम गया है. इसके साथ ही वाहन में कितने यात्री गए हैं. उनके नाम और मोबाइल नंबर भी ऑनलाइन पता चल जाएंगे.