उत्तराखंड नैनीतालStory of Mamta Dangwal of Nainital

उत्तराखंड: गोद ली हुई बेटी ने दो दिन के भीतर माता-पिता को खो दिया..अब रिश्तेदार बने दुश्मन

पूर्व सैनिक द्वारा गोद ली गई ममता डंगवाल से दो दिन के अंदर कोरोना ने छीना माता-पिता का साया। अब संपत्ति पर हक जताने आए रिश्तेदार, दी जान से मारने की धमकी।

Nainital News: Story of Mamta Dangwal of Nainital
Image: Story of Mamta Dangwal of Nainital (Source: Social Media)

नैनीताल: कोरोना का कहर सबसे अधिक उन बच्चों के ऊपर बरस रहा है जिन्होंने इस महामारी में अपने माता-पिता दोनों को हमेशा-हमेशा के लिए खो दिया है। ऐसे दुर्भाग्यशाली बच्चों के ऊपर यह महामारी पहाड़ बनकर टूट पड़ी है। न सर के ऊपर पिता का साया है और ना ही मां का आंचल। ऐसी ही मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है नैनीताल की ममता डंगवाल के ऊपर। एक तरफ माता-पिता को कोरोना के कारण खो दिया और अब रिश्तेदार आ कर संपत्ति पर हक जता रहे हैं। एक 20 वर्ष की बच्ची जिसकी दुनिया उजड़ चुकी है उसको अब अपने लालची रिश्तेदारों से बचना पड़ रहा है। नैनीताल जनपद के बच्चीधर्मा हल्दुचौड़ की निवासी 20 वर्षीय ममता डंगवाल ने हाल ही में अपने माता-पिता दोनों को इस महामारी में हमेशा-हमेशा के लिए खो दिया और अनाथ हो गई। और अब ममता को माता-पिता के जाने के दुख के साथ ही एक और मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। उसकी तरफ मदद का हाथ बढ़ाने के बजाय उसके रिश्तेदार उसकी प्रॉपर्टी के ऊपर पैनी नजर रख रहे हैं और माता-पिता के कुछ अनजाने रिश्तेदार आकर उनकी संपत्ति पर हक जता रहे हैं।

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20 वर्षीय ममता डंगवाल जब 9 महीने की थी तब उसको पूर्व सैनिक कमल डंगवाल एवं उनकी पत्नी पार्वती डंगवाल ने गोद ले लिया था और तब से ममता उनकी बच्ची की तरह रह रही थी। 14 मई को उनकी मां पार्वती को कोरोना ने हमेशा-हमेशा के लिए छीन लिया। मां का जाना अभी तक ममता डंगवाल स्वीकार नहीं कर पाई थी कि तभी 16 मई को ममता डंगवाल के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और उनके पिता कमल डंगवाल की भी कोरोना के कारण मृत्यु हो गई जिसके बाद मानता अनाथ हो गई। ममता के अनाथ होने के बाद उसको सहानुभूति देने या मदद करने वालों से ज्यादा वे लोग नजर आने लगे जो कि उनकी संपत्ति पर अपनी निगाहें टिका कर बैठे हुए हैं। उनके माता-पिता के कुछ अनजाने रिश्तेदार आकर उनके संपत्ति पर हक जताने लगे और ममता को उसके मूल माता-पिता के पास जाने को कहने लगे। इसके बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल ममता की मदद के लिए आगे आया है

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जानकारी मिली है कि जालंधर के निवासी दलीप सिंह रौतेला नामक एक व्यक्ति ममता को घर से निकालने एवं जान से मारने की धमकी दे रहा है। ममता डंगवाल की ओर से प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्र पर कार्यवाही करते हुए नैनीताल के डीएम एवं एसएसपी को प्राधिकरण ने तुरंत एक्शन लेने को कहा है। नैनीताल जिला प्रशासन ममता डंगवाल की हर संभव मदद कर रहा है। इसी के साथ नैनीताल जिले ने इस पेंडेमिक में उन बच्चों के लिए हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराया है जो बच्चे कोरोना के कारण अपने माता-पिता को खो चुके हैं और अनाथ हो चुके हैं। नैनीताल जिले प्राधिकरण ने लोगों से अपने दोनों माता-पिता को खोने वाले बच्चों की जानकारी 8941807428 पर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।इन बच्चों के साथ अनहोनी होने की सबसे ज्यादा आशंका है। अगर आपके आसपास भी ऐसे अनाथ बच्चे हैं जिन्होंने इस कोरोना काल में अपने माता-पिता पिता को हमेशा के लिए खो दिया है तो इस हेल्पलाइन नंबर पर प्रशासन को जरूर सूचित करें।