देहरादून: कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में कोविड कर्फ्यू लगा दिया गया है, सख्त पाबंदियां लागू की गई हैं, लेकिन कोरोना काबू में नहीं आ रहा। संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही मौत के आंकड़े भी तेजी से बढ़े हैं। इस वक्त राज्य के 13 जिलों में 362 कंटेनमेंट जोन हैं और ये संख्या लगातार बढ़ रही है। देहरादून में 65 कंटेनमेंट जोन हैं। यहां शहर में 47 इलाके सील हैं। जबकि विकासनगर में 6 कंटेनमेंट जोन हैं। ऋषिकेश में सुमन विहार, ग्राम श्यामपुर समेत 5 कंटेनमेंट जोन हैं। डोईवाला और कालसी में दो-दो कंटेनमेंट जोन हैं। त्यूनी और चकराता में भी दो कंटेनमेंट जोन हैं। अब हरिद्वार जिले का हाल जान लेते हैं। यहां रुड़की में चार इलाके सील हैं। हरिद्वार शहर में 8 और भगवानपुर में 1 कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। नैनीताल में कुल 67 कंटेनमेंट जोन हैं। हल्द्वानी में 62, नैनीताल में 2 और रामनगर में 2 कंटेनमेंट जोन हैं। पहाड़ी जिलों में पौड़ी के कोटद्वार में 07 इलाके सील हैं। चाकीसैंण में एक कंटेनमेंट जोन है। पौड़ी में 3 और श्रीनगर में 3 इलाके सील हैं। आगे पढ़िए
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उत्तरकाशी में भी स्थिति बिगड़ रही है। यहां 71 कंटेनमेंट जोन हैं। भटवाड़ी में 51, बड़कोट में 14 और पुरोला में 04 इलाके सील हैं। जोशियाड़ा में 3 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। ऊधमसिंहनगर जिले में 84 कंटेनमेंट जोन हैं। यहां रुद्रपुर में 54, काशीपुर में 4 और सितारगंज में 9 इलाके सील हैं। गदरपुर में एक कंटेनमेंट जोन है। चंपावत में 22 कंटेनमेंट जोन हैं। यहां टनकपुर में 14, चंपावत में 02, बनबसा में 1, लोहाघाट में 2, बाड़ाकोट और पाटी में एक-एक कंटेनमेंट जोन है। चमोली में गैरसैंण, घाट, कर्णप्रयाग और पोखरी में 1-1 इलाका सील है। टिहरी में 05, नरेंद्रनगर में 02 और कीर्तिनगर-घनसाली में दो इलाके सील हैं। कंडीसौड़ में भी एक कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। रुद्रप्रयाग जिले में ऊखीमठ, जखोली और नगर क्षेत्र में चार कंटेनमेंट जोन बने हैं। पिथौरागढ़ जिले में मूनाकोट ब्लॉक को सील किया गया है। अल्मोड़ा में भी तीन इलाके सील किए गए हैं, जबकि बागेश्वर जिले में एक कंटेनमेंट जोन है।