देहरादून: प्रदेश सरकार हवाई सेवाओं को बेहतर बनाने की कोशिश में जुटी है। देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट से देश के प्रमुख शहरों के लिए हवाई उड़ानें संचालित हो रही हैं, इसके अलावा एयरपोर्ट में सुविधाओं के विस्तार पर भी जोर दिया जा रहा है। राज्य सरकार की इन कोशिशों के सफल नतीजे दिख रहे हैं। देहरादून के डोईवाला में स्थित जौलीग्रांट एयरपोर्ट को कस्टमर सेटिस्फेक्शन इंडेक्स यानी (सीएसआई) के सर्वे में देशभर में तीसरा स्थान मिला है। कस्टमर सेटिस्फेक्शन इंडेक्स (सीएसआई ) द्वारा हर छह महीने में देशभर के एयरपोर्ट्स को लेकर सर्वे किया जाता है। जिसमें 50 एयरपोर्ट शामिल होते हैं। सर्वे के दौरान निर्धारित मानकों पर खरे उतरने वाले एयरपोर्ट को रैंकिंग दी जाती है। इस सर्वे में देहरादून का जौलीग्रांट एयरपोर्ट तीसरे स्थान पर रहा है। सर्वे के दौरान एयरपोर्ट की साफ-सफाई से लेकर वॉशरूम, चेकिंग, रेस्टोरेंट, वाईफाई और हवाई पैसेंजर को मिलने वाली सुविधाओं को लेकर फीडबैक लिया जाता है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट के निदेशक डीके गौतम ने बताया कि सीएसआई सर्वे में देश के एयरपोर्ट को दो श्रेणियों में रखा जाता है।
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एक श्रेणी में 20 लाख पैसेंजर से अधिक वाले एयरपोर्ट और दूसरी श्रेणी में 20 लाख से कम पैसेंजर वाले एयरपोर्ट शामिल किए जाते हैं। जौलीग्रांट एयरपोर्ट को 20 लाख पैसेंजर से कम श्रेणी वाले एयरपोर्ट में तीसरा स्थान मिला है। हवाई सेवाओं की बेहतरी के लिहाज से ये अच्छा संकेत है। स्वच्छता के मामले में भी जौलीग्रांट एयरपोर्ट को देश के टॉप एयरपोर्ट में शामिल किया गया है। आपको बता दें कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर वर्तमान में प्रतिदिन 20 से अधिक फ्लाइट्स अपनी सेवाएं दे रही हैं। इसके अलावा चार्टर्ड व प्राइवेट जहाजों की आवाजाही अलग से हो रही है। इस एयरपोर्ट पर सुखोई विमान, हरक्यूलिस, चिनूक और ग्लोबमास्टर सी-17 जैसे बड़े हवाई जहाज भी उतर चुके हैं। आपदा और बॉर्डर सुरक्षा के समय भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट के तौर पर डेवलप किया जा रहा है। दून एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवाओं से जोड़ने का मकसद विदेशी पर्यटकों को बड़ी तादाद में उत्तराखंड लाना है।