देहरादून: किसी के अपने जब बिना बताए कहीं लापता हो जाते हैं तो दिल पर जो बीतती है, उस पीड़ा को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। दिल्ली एनसीआर में रहने वाला एक पहाड़ी परिवार भी इस वक्त पीड़ा के दौर से गुजर रहा है। उत्तराखंड की रहने वाली एक महिला और उनका 9 साल का बच्चा शुक्रवार को देहरादून से दिल्ली आए थे। तब से ये दोनों लापता हैं। परिजनों का दिल अनहोनी की आशंका से बैठा जा रहा है। हर कोई परेशान है। पीड़ित महिला के परिजनों ने दिल्ली एनसीआर में रहने वाले उत्तराखंडी भाई-बहनों से मदद मांगी है। महिला का नाम निर्मल देवी कठैत है। निर्मल देवी अपने 9 साल के बेटे के साथ बस में सवार होकर देहरादून से दिल्ली एनसीआर आई थीं। ये दोनों मोहननगर में उतर गए। वहां से इन्होंने शाम को 4 बजे खोड़ा के लिए ऑटो बुक किया।
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महिला ने घर पर कॉल कर के बताया कि हम दोनों खोड़ा के लिए निकल गए हैं। ऑटो में बैठे हैं, लेकिन तब से निर्मल देवी और उनके बेटे का कुछ पता नहीं चला। दोनों लापता हैं। निर्मल देवी का फोन भी स्विच ऑफ आ रहा है। महिला और उनका बेटा अब तक घर नहीं पहुंचे। ना ही इन लोगों से संपर्क हो पा रहा है। इस संबंध में समाजसेवी राजेंद्र सिंह कुंवर फरियादी ने दिल्ली एनसीआर में रहने वाले सभी उत्तराखंडी भाई-बहनों से मदद की अपील की है। उन्होंने सभी से गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद थाने पहुंचने का अनुरोध किया, ताकि पुलिस पर कार्रवाई का दबाव बनाया जा सके। राज्य समीक्षा के माध्यम से हम भी आपसे पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे आने की अपील करते हैं। दिल्ली एनसीआर में जब भी किसी उत्तराखंडी भाई-बहन पर मुसीबत आई है, यहां रहने वाले गढ़वाली-कुमाऊंनी समुदाय ने हमेशा मदद की है। अब एक और पहाड़ी परिवार मुश्किल से गुजर रहा है, इसलिए उनके साथ खड़े रहें। उनकी मदद करें। ज्यादा डिटेल के लिए आप समाजसेवी राजेन्द्र सिंह कुंवर 'फरियादी' के मोबाइल नंबर-9818583935 पर संपर्क कर सकते हैं।