देहरादून: उत्तराखंड में कई महीनों से जंगली जानवरों का खौफ कम होने का नाम नहीं ले रहा है। यह सत्य है कि कोरोना काल के दौरान जंगली जानवरों की आवाजाही काफी बढ़ी है। जंगली जानवर अब जंगलों को छोड़कर मानव बस्तियों में प्रवेश कर रहे हैं। राज्य में आए दिन जानवरों के खुले घूमने की खबरें सुनने को मिल जाती हैं। पहाड़ से लेकर मैदान तक जंगली जानवर का दबदबा दिख रहा है। जानवर इस कदर फ्री घूमने लगे हैं कि अब वे एयरपोर्ट के रनवे पर भी दिखाई देने लग जाते हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट की। बता दें कि एयरपोर्ट के रनवे पर काफी लंबे समय से सियार और भेड़िए चहलकदमी कर रहे हैं। रनवे पर वन्यजीवों के घूमने से एरोप्लेन के लैंड और टेक ऑफ समय हादसे का खतरा बना रहता है। जिसके चलते वन विभाग की टीम ने वहां पर गश्त बढ़ाई एवं पिंजड़े लगाए जिसमें 8 सियार, 1 भेड़िया एवं 6 से अधिक बिज्जू पकड़े गए हैं जिनको दूर जंगलों में सुरक्षित छोड़ दिया गया है।
ये भी पढ़ें:
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड में दोबारा दिखा दुर्लभ मूंगे की चमक वाला रहस्यमयी सांप, जानिए इसकी खूबियां
बता दें कि काफी लंबे समय से सियार और भेड़िए की आवाजाही देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट के रनवे पर हो रही है जिससे हादसे का खतरा काफी बढ़ गया है। जिसके चलते एयरपोर्ट अथॉरिटी ने वन विभाग को इस बारे में सूचित किया और वन विभाग ने वहां पर पिंजड़े लगाए जिसमें अब तक आठ सियार, एक भेड़िया और 6 से अधिक बिज्जू फंस चुके हैं। रविवार को भी यहां पर एक सियार कैद हुआ। जौली ग्रांट एयरपोर्ट के आसपास सियार भेजो समेत अन्य वन्य जीव काफी लंबे समय से खुले घूमते रहते हैं। रात के अंधेरे में भी कई बार वे रनवे के बीचों-बीच आ जाते हैं। इससे फ्लाइट की लैंडिंग और उसके टेकऑफ के समय हादसे का खतरा बना रहता है। हालांकि अभी तक एयरपोर्ट पर कोई हादसा नहीं हुआ है मगर फिर भी वन्यजीवों की रनवे पर लगातार आने-जाने से हादसे का रिस्क बना रहता है।
ये भी पढ़ें:
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: बीच सड़क में मधुमक्खियों का हमला, 10 लोग घायल..मौके पर पसरा सन्नाटा
मामले की गंभीरता को देखते हुए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने बिना देरी किए इस बारे में वन विभाग को सूचित किया जिसके बाद वन विभाग ने तुरंत एक्शन लिया और वहां पर पिंजड़े लगाएं। इसमें बीते रविवार को भी एक सियार फंस गया। अब तक इन पिंजड़ों में 8 सियार, 1 भेड़िया एवं 6 से अधिक बिज्जू पकड़े गए हैं। इन जीवों को पकड़कर दूर जंगल में छोड़ दिया गया है जिससे यह एयरपोर्ट और अन्य रिहायशी इलाकों में वापस न आ सकें। इसके अलावा वन विभाग की टीम ने एयरपोर्ट क्षेत्र के आसपास गश्त बढ़ा दी है। वहीं मुख्यालय की रेस्क्यू टीम के हेड रवि जोशी ने बताया कि समय-समय पर एयरपोर्ट पर लगे पिंजड़ों को चेक भी किया जा रहा है। जानवरों के पिंजड़े में कैद होने के बाद उनकी सुरक्षित जंगलों में छोड़ दिया जाता है।