उत्तराखंड पौड़ी गढ़वालPauri garhwal dm stopped road work

गढ़वाल में बन रही थी 'धांधली' की सड़क, डीएम ने तुरंत रुकवाया काम

पौड़ी में बन रही थी ‘धांधली’ की सड़क, डीएम ने दिए जांच के आदेश केंद्रीय विद्यालय-देहलचौरी मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा था।

Pauri garhwal news: Pauri garhwal dm stopped road work
Image: Pauri garhwal dm stopped road work (Source: Social Media)

पौड़ी गढ़वाल: पहाड़ में सड़कों का बड़ा बुरा हाल है। बदहाल सड़कें हादसों का सबब बनती हैं। कई जगह तो ये पता ही नहीं चलता की सड़क में गड्ढे हैं, या फिर गड्ढों में सड़क। लोगों की शिकायतों के बाद जब इन सड़कों की मरम्मत की बारी आती है, तो ठेकेदार कामचलाऊ मरम्मत करा देते हैं, नतीजा ताजा बनी ये सड़कें एक बरसात भी नहीं झेल पातीं। पौड़ी के केंद्रीय विद्यालय-देहलचौरी मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में भी ऐसी ही धांधली हो रही थी। निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा था। मामले की शिकायत जब पौड़ी डीएम धीराज गर्ब्याल के पास पहुंची तो उन्होंने तुरंत काम रुकवा दिया..डीएम ने मामले की जांच कराने की बात भी कही है। दूसरे पहाड़ी जिलों की तरह पौड़ी में भी लोग सड़क संबंधी समस्याएं झेल रहे हैं। पौड़ी से देहलचौरी जाने वाली सड़क की हालत भी खराब थी। लोग रोड पर गाड़ी चलाते हुए डरते थे।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - गढ़वाल गहरी खाई में गिरी कार, दो सगे भाई गंभीर रूप से घायल
हर वक्त हादसे का डर लगा रहता था। ये सब चल ही रहा था कि थोड़े दिन पहले इसी रोड पर नया केंद्रीय विद्यालय बनकर तैयार हो गया। ऐसे में स्कूल तक पक्की सड़क बनाने की जरूरत आन पड़ी। तब ग्रामीणों ने डीएम से सड़क की मरम्मत कराने की गुहार लगाई। जिसके बाद लोनिवि को सड़क के डामरीकरण का जिम्मा सौंप दिया गया। लोनिवि सड़क का काम कराने लगा, लेकिन निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। ग्रामीणों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की ओर से सड़क का डामरीकरण किया जा रहा है। जिसमें गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा। विभाग की ओर से मात्र खानापूर्ति के लिए इस सड़क का डामरीकरण किया जा रहा है। शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने डामरीकरण का कार्य रूकवा दिया है। उन्होंने मामले की जांच कराने की बात भी कही। जांच के लिए मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक टीम का गठन किया गया है। जो निर्माण कार्य की जांच करेगी। डीएम ने टीम को एक हफ्ते के भीतर जांच रिपोर्ट देने को कहा है।