देहरादून: कांग्रेस नेतृत्व ने शुक्रवार को पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल किया। पार्टी ने सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति यानी सीडब्ल्यूसी का पुनर्गठन किया है। इसके अलावा चार वरिष्ठ नेताओं को महासचिव की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया। कांग्रेस नेतृत्व ने कई नए प्रभारी भी नियुक्त किए हैं और कई प्रदेशों के प्रभार में फेरबदल भी किए हैं। उत्तराखंड के लिहाज से बात करें तो प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर हमेशा की तरह इस बार भी कांग्रेस नेतृत्व की कृपादृष्टि बनी रही। उनके कद में एक बार फिर इजाफा हुआ है। शुक्रवार को कांग्रेस हाईकमान ने कई बड़े नेताओं को अहम पदों से हटा दिया, लेकिन हरीश रावत को उनके पद पर बरकरार रखा। वो राष्ट्रीय महासचिव के साथ कांग्रेस कार्य समिति का अहम हिस्सा रहेगें।
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इसके अलावा कांग्रेस ने हरीश रावत को एक बड़ी जिम्मेदारी दी है। उन्हें पंजाब जैसे बड़े और केंद्र शासित प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है। कांग्रेस हाईकमान ने हरीश रावत पर विश्वास बरकरार रखा है, यही वजह है कि उन्हें पंजाब राज्य के प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई। इससे पहले हरीश रावत को असम का प्रभारी बनाया गया था। हरदा के हक में एक और बड़ा फैसला हुआ है। पार्टी हाईकमान ने उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी की जिम्मेदारी अनुग्रह नारायण सिंह से वापस ले ली है। प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह और हरीश रावत के बीच में हमेशा ठनी रही। हरीश रावत के समर्थक आरोप लगाते रहे हैं कि अनुग्रह नारायण सिंह की मौजूदगी में हरीश रावत को हाशिए पर धकेल दिया गया। प्रदेश संगठन के कार्यक्रमों में हरीश रावत को तवज्जो नहीं मिली।
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अब अनुग्रह नारायण सिंह को उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश प्रभारी के पद से हटा दिया गया है। पार्टी हाईकमान के इस फैसले को हरीश रावत के कद से जोड़कर देखा जा रहा है। अनुग्रह नारायण को हटाने के बाद उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी का पद दिल्ली से जुड़े रहे देवेंद्र यादव को सौंपा गया है। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनाने और उसे बचाने में देवेंद्र यादव की अहम भूमिका रही। अब उन्हें उत्तराखंड का प्रभार दिया गया है। शुक्रवार को कांग्रेस हाईकमान ने राष्ट्रीय स्तर संगठन में बड़ा फेरबदल किया। हरीश रावत के साथ रहे कई महासचिवों को बदल डाला, लेकिन उन्हें पद पर बरकरार रखा गया। हरीश रावत पुनर्गठित कांग्रेस समिति में भी जगह बनाए रखने में कामयाब रहे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने जो भी आदेश दिया है, उसका पालन किया जाएगा। पार्टी ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, उस पर खुद को खरा साबित करने की पूरी कोशिश रहेगी।