उत्तराखंड देहरादूनjawan slipping in snow, not found till now

गढ़वाल राइफल के हवलदार नेगी पाकिस्तान के कब्जे में नहीं, भारतीय सेना ने दी बड़ी खबर

भारतीय सेना ने हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी के पाकिस्तान के कब्जे में होने की बात से इनकार किया है...

जवान राजेन्द्र सिंह: jawan slipping in snow, not found till now
Image: jawan slipping in snow, not found till now (Source: Social Media)

देहरादून: कश्मीर में ड्यूटी के दौरान लापता हुए भारतीय सेना के जवान राजेंद्र सिंह नेगी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय सेना ने हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी के पाकिस्तान के कब्जे में होने की बात से इनकार किया है। सेना ने साफ किया कि 11वीं गढ़वाल राइफल्स के हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी पाकिस्तान के कब्जे में नहीं हैं। 8 जनवरी को राजेंद्र सिंह नेगी गुलमर्ग में आए एवलांच के दौरान लापता हो गए थे। भारतीय सेना का कहना है कि जिस जगह ये हादसा हुआ वहां से फिसलकर पाकिस्तान के क्षेत्र में जाना संभव नहीं है। पहले माना जा रहा था कि शायद राजेंद्र सिंह फिसलकर पाकिस्तान के क्षेत्र में दाखिल हो गए होंगे, पर ऐसा होना संभव नहीं है। सेना ने कहा कि हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी की तलाश के लिए अभियान चल रहा है। सेना के जवान उनकी तलाश में जुटे हैं। जब तक राजेंद्र सिंह नेगी के बारे मे कोई ठोस जानकारी नहीं मिल जाती, सेना का अभियान जारी रहेगा।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: भीषण हादसे में घर के सबसे बड़े बेटे की मौत, परिवार में इकलौता कमाने वाला चला गया
11वीं गढ़वाल राइफल्स के जवान राजेंद्र सिंह नेगी 8 जनवरी से लापता हैं। मूलरूप से चमोली के रहने वाले राजेंद्र सिंह का परिवार देहरादून में रहता है। इन दिनों उनकी ड्यूटी जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग अनंतनाग पोस्ट पर थी। 8 फरवरी को उनकी पोस्ट के पास एवलांच आया था, जिसके बाद से वो लापता हैं। सेना के जवान लगातार रेस्क्यू अभियान चला रहे हैं, पर लगातार हो रही बर्फबारी की वजह से सर्च अभियान में बाधा आ रही है। गुजरते समय के साथ राजेंद्र के परिजनों की चिंता भी बढ़ने लगी है। उन्होंने केंद्र सरकार और रक्षा मंत्री से मदद की गुहार लगाई। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जवान के परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि राजेंद्र सिंह की सुरक्षित वापसी के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।