Video: पप्पू कार्की को स्कूली छात्राओं का प्रणाम, उनकी धुन में गाई गई ये सरस्वती वंदना
Video: पप्पू कार्की को स्कूली छात्राओं का प्रणाम, उनकी धुन में गाई गई ये सरस्वती वंदना
कपिल
15 Jun 2018
उत्तराखण्ड
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पहाड़ के स्कूल में ये नज़ारा देखकर आपको गर्व होगा क्योंकि सबसे पहली बात तो ये है कि स्कूल में स्थानीय भाषा को तरजीह देकर सरस्वती वंदना गाई जा रही है और सबसे खास बात ये है कि इस सरस्वती वंदना को पप्पू कार्की के गीत की धुन पर पिरोया गया है। जो भी इस वीडियो को देख रहा है, वो इस वीडियो की तारीफ करना नहीं भूल रहा। स्कूल की छात्राओं के द्वारा और शिक्षकों के द्वारा ये दिवंगत पप्पू कार्की के लिए भी एक श्रद्धांजलि है। इस अनूठे प्रयोग के साथ ही उत्तराखंड के बेरीनाग का GGIC पहला स्कूल बन गया है, जहां स्थानीय भाषा में मां सरस्वती की प्रार्थना की जा रही है। इतना समझ लीजिए कि अब इस स्कूल के जरिए पप्पू कार्की की धुन हमेशा हमेशा के लिए अमर हो गई है। "दैणी है जाए, मां सरस्वती" के ये प्रार्थना लोक गायक पप्पू कार्की के गीत 'सुण ले दगड़िया, बात सुणी ले' की धुन पर तैयार की गई है।
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डीडीहाट के शिक्षक सत्यम जोशी ने पप्पू कार्की के गीत की तर्ज पर इस प्रार्थना को तैयार किया है। वंदना को सुनने के बाद लोगों के दिलों में पप्पू कार्की के गीतों की यादें ताजा हो रही हैं। इस स्कूल की प्रधानाचार्य ऊषा पंत का कहना है कि स्थानीय बोली को प्रार्थना सभा में शामिल करने के बाद इसे सुचारू रूप से हमेशा के लिए चलाया जाएगा। आप भी ये वीडियो देखिए।
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