उत्तरकाशी: पहाड़ के लोग अपने सरल स्वभाव, मिलनसार व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं। अनजान लोगों से भी लोग इतनी आत्मीयता से मिलते हैं कि उन्हें पराये होने का एहसास ही नहीं होता। गांव के लोगों की यही सरलता दिल छू लेती है। हाल ही में उत्तरकाशी के भंकोली गांव के लोगों ने एक शिक्षक को ऐसी विदाई दी, जिसके बारे में सुनकर आप की भी आंखें भर आएंगी। सरकारी स्कूल के शिक्षक आशीष डंगवाल को विदाई देने के लिए गांव के लोगों ने ढोल-नगाड़ों के साथ जुलूस निकाला। इस जुलूस में केवल स्कूली बच्चे और स्कूल स्टाफ ही नहीं था। गांव के बुजुर्ग, पुरुष और महिलाएं भी थीं। पूरा गांव शिक्षक को विदा करने के लिए निकल पड़ा। गांव वालों की आंखें नम थी, रुंधे गले से शब्द नहीं निकल रहे थे। ये देख शिक्षक आशीष डंगवाल की भी आंखें भर आईं। ऐसी विदाई तो कभी उत्तराखंड के किसी सीएम को भी नहीं मिली होगी। इस विदाई में अपनापन था, प्रेम था, शुद्ध भाव थे...चलिए अब आपको शिक्षक आशीष डंगवाल के बारे में बताते हैं। वो जीआईसी भंकोली में शिक्षक के तौर पर तैनात थे, अब उनका ट्रांसफर हो गया है।