देहरादून: बारिश का सीजन आते ही तबाही का दौर भी शुरु हो गया है। खासतौर पर उत्तराखंड जैसा राज्य इस दौरान काफी संवेदनशील हो जाता है। ऐसा पहली बार नहीं बल्कि हर बार ही देखने को मिलता है। एक बार बार फिर से उत्तराखंड में बादलों ने तबाही मचाई है। खबर टिहरी गढ़वाल और चमोली जिले से आ रही है। इन जिलों में दो जगह बादल फटने की खबर आ रही है। खबर है कि इस तबाही में 11 घर बह गए हैं। इसके अलावा दोनों घटनाओं में एक महिला और एक बच्चे की मौत की भी खबर है। स्थानीय लोग बादल फटने की वजह से इस तबाही का होना बता रहे हैं जबकि प्रशासन का कहना है कि ये अतिवृष्टि की वजह से हुआ है। पहली खबर चमोली जिले से है। बताया जा रहा है कि कर्णप्रयाग के देवाल क्षेत्र के फल्दिया गांव में देर रात 10.30 बजे के करीब यहां अतिवृष्टि होने से भारी तबाही मच गई। बताया जा रहा है कि इस वजह से गांव में भारी मलबा आ गया है। फल्दिया गांव की दो महिलाओं के दबने की भी खबर है।
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फल्दिया गांव मेंं भूस्खलन से 11 घर बहने की भी खबर है। गाय, भैंस और अन्य मवेशियों समेत खाने-पीने का सामान भी बह गया है। इस वक्त फल्दिया गांव का हाल बुरा है। बिजली गुल है, पानी की लाइन टूटी है और गांव में हाहाकार मचा है। खबर है कि तलौर, बेरा, बमण, पदमल्ला गांवों में भी तबाही मची है। दूसरी तरफ टिहरी जिले के घनसाली में भी बादलों ने कोहराम मचाया हुआ है। घनसाली पट्टी के धार गांव में गुरुवार देर रात एक बजे के करीब भारी अतिवृष्टि हुई। खबर है कि इसमें एक महिला और एक बच्चे की मौत हो गई। गांव का एक व्यक्ति लापता है और दो लोगों के घायल होने की भी खबर है। उधर रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि में भी बीती रात मूसलाधार बारिश हुई है। इस वजह से कई दुकानों और घरों में मलबा घुस गया। बताया जा रहा है कि कई वाहन मलबे में दब गए, जिस वजह से वाहनों को भी काफी नुकसान हुआ है। कुल मिलाकर कहें तो इस वक्त उत्तराखंड के हालात ठीक नहीं हैं।