टिहरी गढ़वाल: अलकनंदा और भागीरथी के संगम स्थल जहाँ से माँ गंगा को पहचान मिलती है...वो स्थान देवभूमि उत्तराखंड में देवप्रयाग नाम से जाना जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान राम ने रावण का वध करने के बाद ब्रह्म हत्या से मुक्ति पाने के लिए भगवान शंकर की आराधना देवप्रयाग के रघुनाथ मंदिर में की थी। लेकिन पौराणिक इतिहास के पन्नों के बाद अब देवप्रयाग के नाम से एक नया अध्याय जुड़ा है और ये अध्याय है हिलटॉप का। जी हां खबर है कि देवप्रयाग के डडुवा-भंडाली गांव में शराब फैक्ट्री चल रही है। पूरे उत्तराखंड में ये खबर आग की तरह फैल गई है। कोई मौजूदा सरकार को कोस रहा है, तो कोई पिछली सरकार पर अपनी भड़ास निकाल रहा है। लेकिन इन सबके बीच सवाल ये है कि आखिर इस बात का सच क्या है। तो लीजिए सिलसिलेवार तरीके से हम इस सच का खुलासा कर देते हैं..आगे देखिए