उत्तराखंड पिथौरागढ़STORY OF MUSKAN FROM PITHORAGARH

पहाड़ की मुस्कान को सलाम...अपने जिले की पहली महिला पायलट बनी दारमा घाटी की बेटी

पहाड़ की बेटी मुस्कान सफलता की नई इबारत लिखने को तैयार हैं...दारमा घाटी की बेटी अपने क्षेत्र की पहली महिला पायलट बनेगी।

उत्तराखंड: STORY OF MUSKAN FROM PITHORAGARH
Image: STORY OF MUSKAN FROM PITHORAGARH (Source: Social Media)

पिथौरागढ़: पहाड़ की बेटी अपने मिशन को फतह करने निकल चुकी हैं। कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ में एक छोटा सा गांव है सोन, ये गांव इन दिनों इसलिए सुर्खियों में बना हुआ है, क्योंकि यहां की बेटी मुस्कान ने हाल ही में व्यावसायिक विमान उड़ाने का लाइसेंस हासिल कर अपने सपनों को उड़ान दी है....वो सेना का हिस्सा बन देश की सेवा करना चाहती हैं। दारमा घाटी की रहने वाली मुस्कान, जिन्होंने अपनी उपलब्धि से पूरे क्षेत्र को मुस्कुराने का मौका दिया है। साल 2015 में उन्होंने 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान एकेडमी रायबरेली से कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस (सीपीएल) के लिए आवेदन किया। एकेडमी में ढाई वर्ष के प्रशिक्षण के बाद मुस्कान ने सीपीएल का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। अब ये पायलट बिटिया सेना में जाकर देश सेवा करना चाहती हैं। मुस्कान के पिता एसबीआई झारखंड में चीफ मैनेजर हैं, जबकि माता बसंती सोनाल गृहणी हैं। मुस्कान सीमांत जिले की पहली महिला पायलट हैं।

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जिले की सुदूर दारमा घाटी के सोन गांव की मुस्कान सिंह जल्द व्यावसायिक विमान उड़ाएंगी। जी हां! इस उपलब्धि को हासिल करने वाली वे पिथौरागढ़ जिले की पहली महिला पायलट होंगी। उत्तराखंड की पैदाइश हो और सेना में जाने का सपना न हो ये कैसे हो सकता है। उत्तराखंड के लड़के ही नहीं लड़कियों का सपना भी सेना में जाकर अपने पराक्रम को दिखाने का होता है। मुस्कान का भी ये ही सपना है कि वे सेना में जाकर अपना पराक्रम दिखाएं। व्यावसायिक विमान उड़ाने का लाइसेंस हासिल करने वाली मुस्कान सिंह सेना में जाकर देश सेवा करना चाहती हैं। मुस्कान की इस सफलता से अन्य बच्चों को भी प्रेरणा मिलेगी।पहाड़ की इस बेटी को राज्य समीक्षा की तरफ से ढेरों शुभकामनाएं...तुम यूं ही आगे बढ़ती रहो और देश-प्रदेश का मान बढ़ाती रहो।