उत्तराखंड dehradun retired colonal traind girls

देवभूमि के रिटायर्ड कर्नल ने छेड़ी मुहिम..अब तक 600 से ज्यादा बेटियों को बनाया फाइटर

देहरादून के रहने वाले रिटायर्ड कर्नल आज बेटियों के लिए ऐसा काम कर रहे हैं, जिसकी हर जगह तारीफ हो रही है।

उत्तराखंड: dehradun retired colonal traind girls
Image: dehradun retired colonal traind girls (Source: Social Media)

: जॉब से रिटायरमेंट के बाद आमतौर पर लोग आराम करते हैं, अपने वो शौक और काम पूरे करते हैं, जो कि वो जॉब में रहते वक्त नहीं कर पाए थे...देहरादून के रहने वाले रिटायर्ड कर्नल रोहित मिश्रा भी चाहते तो ऐसा कर सकते थे, लेकिन उनकी जिंदगी का एक मिशन था, जो कि रिटायरमेंट के बाद भी जारी है। कभी सरहद पर देश की आन-बान और शान के लिए लड़ने वाला ये जांबाज अफसर अब देवभूमि की बेटियों को आत्मरक्षा के गुर सिखा रहा है....उन्हें सक्षम बना रहा है, ताकि वो अपनी रक्षा खुद कर सकें। इस मिशन को नाम दिया गया है मिशन फाइट बैक...जिससे तीन दर्जन से ज्यादा प्रोफेशनल और दो सौ जांबाज स्वयंसेवक जुड़े हैं। मिशन का लक्ष्य है बेटियों को आत्मरक्षा में दक्ष बनाना, ताकि वो बुरी नीयत वालों को सबक सिखा सकें, उन्हें मुंहतोड़ जवाब दे सकें।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढें - पहाड़ की ऐश्वर्या बेलवाल...जिसके डिजायन किए गए कपड़ों की विदेशों में भी डिमांड है
मिशन के तहत नैनीताल के ऑल सेंट्स कॉलेज कुमाऊं की 6 सौ छात्राएं सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग ले चुकी हैं। कर्नल रोहित मिश्रा मूलरूप से लखनऊ के रहने वाले हैं, वो साल 2016 में 3 कुमाउं रेजीमेंट से रिटायर्ड हो चुके हैं। उनके मिशन से जुड़ने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। दरअसल कर्नल मिश्रा की बेटी ने उनसे आग्रह किया था कि वो बेटियों को सेल्फ डिफेंस सिखाएं, ताकि वो मनचलों को सबक सिखा सकें...उन्हें बेटी की सलाह जंच गई और इसी के साथ शुरू हुआ मिशन फाइट बैक। इसके तहत हर छात्रा को 15 दिन की मार्शल आर्ट ट्रेनिंग दी जाती है, एक हफ्ते की स्ट्राइक ट्रेनिंग भी होती है। अब इसके लिए रक्षक नाम का एप भी तैयार किया गया है, जो कि चुनाव की आचार संहिता हटने के बाद लांच किया जाएगा। इस एप के जरिए बेटियां हमले की स्थिति में तुरंत पुलिस की मदद हासिल कर सकेंगी।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढें - देहरादून की प्रभा को सलाम...पति की मौत के बाद संभाला बिजनेस, अब हैं सफल बिजनेस वुमन
नैनीताल के ऑल सेंट्स कॉलेज की छात्राओं ने भी ट्रेनिंग लेने के बाद मिशन फाइट बैक का पहला टेस्ट पास कर लिया है। शनिवार को छात्राओं ने मार्शल आर्ट का प्रदर्शन कर अपना दम-खम दिखाया। नेशनल क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के अनुसार देश में हर दिन दुष्कर्म के 120 नए मामले दर्ज होते हैं, महिलाओं के साथ अपराध के दस हजार मामले सामने आते हैं...ऐसे वक्त में बेटियों को सशक्त बनाना बेहद जरूरी है...बेटियां मजबूत होंगी, तभी देश बचेगा...समाज बचेगा...ऐसे में बेटियों को अपनी आत्मरक्षा के गुर सिखाने का काम बेहतरीन है। बेटियों को मजबूत बनाने के लिए कर्नल रोहित मिश्रा की मुहिम जारी है...उनके प्रयासों की जितनी तारीफ की जाए कम है। राज्य समीक्षा की टीम की तरफ से कर्नल रोहित को सलाम...ऐसी ही कोशिशें समाज में होनी चाहिए।