उत्तराखंड Hans foundation will help aditya negi

‘राज्य समीक्षा’ की खबर का असर..आदित्य नेगी की मदद के लिए आगे आया हंस फाउंडेशन

हम इसलिए आपके साथ हैं क्योंकि हर इंसान और हर शख्स तक मदद पहुंचाई जा सके। इंसानियत जिंदा रहे..पहाड़ के आदित्य की मदद के लिए हंस फाउंडेशन आगे आया है।

आदित्य नेगी: Hans foundation will help aditya negi
Image: Hans foundation will help aditya negi (Source: Social Media)

: हम मानते हैं कि पत्रकारिता के क्षेत्र में हम अभी बच्चे हैं। पत्रकारिता के बड़े और प्रखर लोग उत्तराखंड मे हैं...लेकिन हमारा मकसद कुछ और है। आम शख्स की खबर सरकार और बड़े लोगों तक पहुंचे, ये ही हमारा परम धर्म है। गरीबों, मजलूमों और बेसहारा लोगों को अदद सहारा मिले..ये ही हमारी कोशिश है। इसलिए हम ‘राज्य समीक्षा’ हैं। आज सुबह ही रुद्रप्रयाग से मोहित डिमरी ने हमें एक खबर भेजी थी। वो खबर मार्मिक थी, एक मासूम बच्चे आदित्य नेगी का बोन मैरो के लिए ऑपरेशन होना था। आदित्य की बहन निधी नेगी अपने भाई के लिए बोन मैरो देने के लिए तैयार थी लेकिन इस ऑपरेशन में कुल मिलाकर 15 लाख रुपये लगने थे। इस बीच हमें ये भी खबर लगी कि अब तक कुछ अच्छे लोगों ने अपनी तरफ से चंदे की भी व्यवस्था की थी। लेकिन यहां दो ढाई लाख नहीं बल्कि 15 लाख रुपये की रकम चाहिए थी।

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आखिरकार राज्य समीक्षा ने जब इस खबर को चलाया. तो हर कोई मदद के लिए तैयार हुआ। अब आपको जानकर खुशी होगी कि हंस फांउंडेशन की तरफ से आदित्य नेगी के इलाज का पूरा खर्चा उठाया जाएगा। इसके लिए हम हंस फाउंडेशन का भी धन्यवाद करते हैं और उन सभी लोगों का भी दिल से आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने इस मुहिम में हमारा साथ दिया। परिवार ने हंस फाउंडेशन के भोले जी महाराज और माता मंगला का हार्दिक आभार प्रकट किया है। आपको बता दें कि पाँच बहनों का इकलौता भाई 16 वर्षीय आदित्य पिछले दो साल से चंडीगढ़ के पीजीआई में जिंदगी की जंग लड़ रहा है। उसे बोन मेरो की जरूरत है। उसकी बहन निधि उसे बोन मैरो देने के लिए तैयार है लेकिन बोन मैरो के आपरेशन के लिए बारह से पंद्रह लाख रुपये की जरूरत है।

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आदित्य के पिता अजयपाल नेगी खच्चर व्यवसायी हैं, लेकिन पिछले दो वर्षों से अजय ने अपने बेटे के इलाज के लिए सभी खच्चर भी बेच दिये हैं और उनका परिवार भुखमरी के कगार पर है।बेटे आदित्य की जिंदगी बचाने के लिए लाचार पिता दर-दर ठोकरें खा रहे थे और मदद के लिए गुहार लगा रहा थे, लेकिन रकम बड़ी थी और कुछ ही लोग मिलकर ये राशि नहीं जुटा सकते हैं। ऐसे में जरूरत थी कि आदित्य की जिंदगी बचाने के लिए सभी अपना सहयोग करें और अब हंस फाउंडेशन ने आदित्य के इलाज का जिम्मा लिया है। हमने कहा था ना ? चलिए कुछ अच्छा काम करते हैं, चलिए किसी को नई जिंदगी देते हैं। आइए मिलकर पहाड़ के 16 साल के बच्चे के लिए मिलकर आगे बढ़ते हैं। वो अब जिंदगी की नई सांसे लेगा। नया जीवन जियेगा। खांटी पत्रकारों से भी हमारी ये ही अपील है, कि कुछ अच्छा करके देखिए...

मुझे यह जानकारी देते हुए बड़ी ख़ुशी हो रही है कि आदित्य नेगी के ऑपरेशन के लिए हंस Foundation ने अपने हाथ बढ़ाए हैं।...

Posted by Mohit Dimri on Saturday, February 2, 2019