उत्तराखंड देहरादूनSnowfall and rain forecast for uttarakhand met dept report

उत्तराखंड में 5 फरवरी से भारी बारिश-बर्फबारी का अलर्ट..6 जिलों के लोग सावधान!

मौसम विभाग ने 5 फरवरी से पहाड़ों में मौसम बिगड़ने की संभावना जताई है। भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है।

उत्तराखंड: Snowfall and rain forecast for uttarakhand met dept report
Image: Snowfall and rain forecast for uttarakhand met dept report (Source: Social Media)

देहरादून: उत्तराखंड में लोगों को मौसम के तीखे तेवर झेलने पड़ेंगे। फिलहाल मौसम में आए बदलाव से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने 5 फरवरी से उत्तराखंड में एक बार फिर भारी बारिश और बर्फबारी होने का रेड अलर्ट जारी किया है। खास तौर पर 6 और 7 फरवरी को उत्तराखंड में भारी बारिश और बर्फबारी होगी, ऐसे में लोगों को संभल कर रहने की जरूरत है। गढ़वाल और कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों में दो हजार मीटर से ज्यादा वाले स्थानों में भारी बर्फबारी की चेतावनी दी गई है। मौसम में आ रहे बदलाव के चलते विभाग ने लोगों को पहाड़ी इलाकों में सफर से बचने की सलाह दी है। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय होने की वजह से फिलहाल बारिश-बर्फबारी से राहत नहीं मिलने वाली। पांच फरवरी से मौसम के तीखे तेवर फिर से झेलने पड़ेंगे। खासतौर पर 6 औऱ 7 फरवरी को भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है।

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अब ये भी जानिए कि इस दौरान किन किन जिलों को सावधान रहने की जरूरत है। रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा जिलों के लोगों को बेहद सावधान रहना होगा। उत्तराखंड में चारधाम में लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है। चमोली जिले के औली, गोरसो बुग्याल के साथ-साथ उत्तरकाशी में भी रुक-रुक कर बर्फबारी होती रही। केदारनाथ में बर्फबारी की वजह से पिछले दो हफ्ते से बिजली नहीं आ रही। उत्तरकाशी में गंगोत्री-यमुनोत्री के पास हाईवे बंद है, जिस वजह से यातायात ठप है। कई गांवों का एक-दूसरे से संपर्क टूट गया है। सड़कों पर बर्फ जमी होने की वजह से रास्ते फिसलन भरे हो गए हैं, जिन पर चलना खतरनाक है। प्रदेश में 18 सड़कों पर आवागमन बाधित है और 58 गांव अलग-थलग पड़े हुए हैं। 76 गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। पहाड़ों में बूंदाबांदी के बीच मैदानों में दिनभर बादल छाए रहे। बारिश-बर्फबारी की वजह से ठिठुरन बढ़ गई है।