उत्तराखंड देहरादूनadani group and many more to invest in uttarakhand

देवभूमि में निवेश के लिए तैयार अडानी ग्रुप, बेरोजगारों के लिए हजारों करोड़ का तोहफा

उत्तराखंड पर फिलहाल देश और दुनिया की निगाहें टिकी हैं। 7 अक्टूबर से शुरू होने जा रही इनवेस्टर्स समिट के लिए अभी से ही अच्छी खबरें मिलने लगी हैं।

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Image: adani group and many more to invest in uttarakhand (Source: Social Media)

देहरादून: अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उद्यमियों को उत्तराखण्ड में एक निवेश मंच उपलब्ध कराने के लिए अगले महीने प्रस्तावित राज्य के पहले निवेशक शिखर सम्मेलन के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। सात-आठ अक्तूबर को होने वाले इस सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस दौरान देश विदेश से इंवेस्टर राज्य में निवेश के बारे में सोचेंगे। लेकिन इस सम्मेलन के आयोजन से पहले ही राज्य को कई बड़े निवेश के प्रस्ताव मिल रहे है। जो ना सिर्फ राज्य में रोजगार के मौके देगा बल्कि नौकरी के लिए दूसरे राज्यों का रुख कर रहे युवाओं को भी पलायन से रोकेगा। बता दे कि निवेशक सम्मेलन से पहले जो निवेश के प्रस्ताव राज्य को मिले है उनमें 21 हजार करोड़ का प्रस्ताव शामिल है। इसके अलावा फूड प्रोसेसिंग में 150 करोड़ का भी प्रस्ताव मिला है। जबकि तीसरा प्रस्ताव अड़ानी ग्रुप की तरफ से एक हजार करोड़ का है।

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राजधानी देहरादून में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल की मौजूदगी में विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय सभागार में प्रदेश में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में 150 करोड़ रूपये के निवेश की योजनाओं का एमओयू साइन किया गया। एमओयू पर सचिव कृषि व खाद्य प्रसंस्करण डी.सेंथिल पाण्डियन और मैसर्स रॉकेट रिद्धि-सिद्धि प्रा.लि., गोरेगांव, मुम्बई के प्रबन्ध निदेशक रोहित मार्कन के बीच एमओयू साइन की गई। इस दौरान रोहित मार्कन ने बताया कि रूद्रपुर में स्थापित मक्का से स्टार्च बनाने वाली भारत की यह सबसे बड़ी यूनिट होगी। इसमें 8 लाख टन मक्के की खपत होगी। जिसमें से 04 लाख टन मक्का उत्तराखण्ड के किसानों से सीधे खरीदा जायेगा। इसके साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार के मौके भी उपलब्ध होंगे।

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वही रोजगार का एक और बड़ा मौका प्रदेश को मिला है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को मैसर्स एज्यूर पॉवर इण्डिया के सीईओ ज्योति प्रकाश अग्रवाल ने उत्तराखण्ड में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में लगभग 21 हजार करोड़ रूपये के निवेश प्रस्तावों से संबंधित सहमति पत्र भी सौंपा। इन प्रस्तावों में सोलर पैनल निर्माण, उत्तराखण्ड के जलाशयों/डेम में सोलर पॉवर प्लांट स्थापित करने, सोलर रूफटॉप प्लांटलगाने, पिरूल आधारित गैसिफिकेशन यूनिट के निर्माण, लघु जल विद्युत और बड़ी जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण से संबधित निवेश के प्रस्ताव शामिल हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने निवेशकों का उत्तराखण्ड में स्वागत करते हुए उन्हें विश्वास दिलाया कि प्रदेश में निवेश के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराया जायेगा। अडानी ग्रुप ने भी सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक हजार करोड़ रूपये के निवेश पर सहमति जतायी है।