उत्तराखंड नैनीतालMinor Lost Lakhs In Gaming In Nainital Uttarakhand

उत्तराखंड: 14 साल के बेटे का कान पकड़कर थाने पंहुचा बाप, मोबाइल गेमिंग में उड़ा दिए लाखों रूपये

यहाँ एक नाबालिक किशोर ने गेमिंग सेंटर में रोजाना दो से तीन हजार का गेम खेलकर अपने पिता के पौने दो लाख रुपए गँवा दिए।

Online Gaming  Store : Minor Lost Lakhs In Gaming In Nainital Uttarakhand
Image: Minor Lost Lakhs In Gaming In Nainital Uttarakhand (Source: Social Media)

नैनीताल: मल्लीताल में 14 वर्षीय किशोर को ऑनलाइन गेम की ऐसी लत लगी कि उसकी इस हरकत से सब दंग रह गए। पिता को जब इसकी जानकारी लगी तो वो अपने बेटे को लेकर कोतवाली पहुंचे जहाँ गेम स्टोर संचालक को भी बुलाकर पूछताछ की गई।

Minor Lost Lakhs In Gaming In Nainital Uttarakhand

आजकल छोटे बच्चे से लेकर बड़े भी गेम के पीछे बुरी तरह से डूब चुके हैं। ये भी किसी अन्य नशे की लत की तरह ही है न मिले तो कुछ भी करने को तैयार। अभिभावकों को बच्चों की इंटरनेट गतिविधियों पर नज़र रखनी चाहिए। अक्सर देखा गया है कि बच्चों पर गेमिंग की लत इस तरह हावी है कि वो इसके पीछे खाना-पीना सोना-जागना सब कुर्बान कर सकते हैं। अगर आपके बच्चे भी इस तरह गेम के दीवाने हैं तो अभिभावकों को सतर्क हो जाना चाहिए।

14 वर्षीय किशोर हुआ ऑनलाइन गेम का शिकार

इसी तरह की ऑनलाइन गेम की लत नैनीताल के पास मल्लीताल के 14 वर्षीय नाबालिक को लग गई। जानकारी के मुताबिक तल्लीताल निवासी एक व्यापारी ने सोमवार को जब अपना बैंक खाता देखा, तो करीब पौने दो लाख रुपए का ट्रांसेक्शन देख व्यापारी के होश उड़ गए। उसने जब परिवार से पूछा तो उन्होंने इसके बारे में कुछ भी पता न होने की जानकारी दी। बाद में व्यापारी ने जब बेटे को डांटकर पूछा तो उसके सब सच बता दिया।

रोजाना खेलता था दो से तीन हजार रुपये के गेम

नाबालिक बेटे ने बताया कि वह प्रतिदिन पिता के एकाउंट से दो से तीन हजार रुपये निकालकर ऑनलाइन गेम खेलने मल्लीताल जाया करता है। जिसके बाद उसके पिता ने इसकी शिकायत कोतवाली में की और इस बीच पुलिस ने गेमिंग स्टोर के संचालक को भी कोतवाली में बुलाकर पूछताछ की और बिना परिजनों की अनुमति के रोज हजारों का ऑनलाइन गेम खिलवाने पर फटकार लगाई। कोतवाल हरपाल सिंह ने बताया कि किशोर के परिवार वाले किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं चाहते थे। इसलिए बच्चे की काउंसिलिंग के बाद उसे परिवार को देखभाल के लिए सौंप दिया गया।