रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड औषधियों का खजाना है। यहां पर फलों से लेकर सब्जियों तक सभी के अंदर औषधीय गुण पाए जाते हैं।
bedu fruit of uttarakhand
आज हम आपको उत्तराखंड के एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके अंदर भरपूर मात्रा में न्यूट्रिशन्स पाए जाते हैं। उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में पाया जाने वाले बेडू सेहत का खजाना है। जिसे पहाड़ी अंजीर भी कहते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस फल की तारीफ कर चुके हैं। प्रधानंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में बेडू उत्पादों का उल्लेख किया था। जिसमें उन्होंने पिथौरागढ़ जिला प्रशासन और सुदर्शन स्वयं सहायता समूह की ओर से बनाए गए बेडू उत्पादों का जिक्र किया। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डाक्टर आशीष चौहान की सराहनीय पहल का नतीजा है कि सुदर्शन स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बेडू से जैम, स्क्वैश, चटनी, जूस आदि उत्पाद बनाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी डॉक्टर चौहान ने बताया कि इस वर्ष बेडू के 500 किग्रा उत्पाद तैयार किए गए। इसे अगले वर्ष 250 से 300 क्विंटल करने का लक्ष्य है।
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बेडू में कई तरह से पोषक तत्व पाए जाते हैं इसलिए इसको औषधि का पिटारा कहा जाए तो भी गलत नहीं होगा। यह विटामिन ए, बी1, बी2, सी, खनिज, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, अमीनो एसिड और फेनोलिक का अच्छा स्रोत है। बेडू पाचन से संबंधित रोग में बहुत फायदेमंद होता है। यह डायट्री फाइबर का एक अच्छा स्रोत है। पहाड़ी अंजीर का सेवन दिल के लिए फायदेमंद होता है और यह ब्लड में शुगर की मात्रा का कम करता है। जिसको कोलेस्ट्रॉल की समस्या है वो भी बेडू का सेवन करे तो बेहद फायदेमंद होगा। और तो और इसके सेवन से पेट और ब्रेस्ट कैंसर का खतरे कम होता है। यहां तक कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बेडू अथवा पहाड़ी अंजीर को स्वास्थ्य के लिए संजीवनी बताया था।